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Ruchi Singla

Romance

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Ruchi Singla

Romance

जीवन साथी

जीवन साथी

1 min
217


जीवन भर के साथी,

जिंदगी रूपी राह के,

इक दूसरे के सारथी!!


न जाने कैसे रिश्ता है ये,

अजीब सा आकर्षण है इसमें!!


एक ऐसा इंसान,

जिससे न थी कोई जान-पहचान,

शादी के बाद बन जाता,

ऐसा रिश्ता,

बस जाती है उसी में,

आपकी जान!!


थामा है जो हाथ मेरा,

अब छोड़ना नहीं,

उम्र भर साथ रहने,

का वादा तोड़ना नहीं!!


प्यार का रंग चढ़ता, इतना गहरा!!

उनकी पसंद,

बन जाती खुद की पसंद !!


दो दिल पर धड़कन है एक,

बन जाता रिश्ता ऐसा अनेक!!


सुख में साथ हर कोई,

पर जो हर दुःख में है साथ,

वह नहीं और कोई,

हमसफ़र मेरा फरिश्ता है वही!!


जाने अनजाने में बातें,

सिर्फ उनकी ही होती,

बिन बोले जो,

समझ ले मेरी हर बात,

हमसफर है मेरा वो ही!!







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