झंडा ऊंचा रहे हमारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
शान है वतन की, वह है सबका प्यारा।
सरताज है चमन का, झंडा ऊंचा रहे हमारा।
ना गिरने देंगे कभी उसको, वह है हमारा दुलारा।
लहराएंगे आसमां पर, झंडा ऊंचा रहे हमारा।
ना लगने देंगे दाग उस पर, वह है सबका न्यारा।
सच्चाई से चमकाएंगे उसको, झंडा ऊंचा रहे हमारा।
ना मिटने देंगे शान उसकी, वह है हमारा सितारा।
फहराएंगे ईमान से उसको, झंडा ऊंचा रहे हमारा।
ना रुकने देंगे विजय उसकी, वह है हमारा बसेरा।
बढ़ाएंगे कीर्ति उसकी, झंडा ऊंचा रहे हमारा।
नाना झुकने देंगे शीश उसका, वह है शहीदों का सहारा।
चहकाऐंगे रंगत उसकी, झंडा ऊंचा रहे हमारा।
