इश्क की सरगम
इश्क की सरगम
अब छेड़ ही दिए है दिल के तार तुमने,
अब इश्क की सरगम गुनगुना लो ना..!
मै बन जाऊगां बांसुरी,
तुम होठों से मुझे लगा लो ना..!!
अब छेड़ ही दिए है दिल के तार तुमने,
अब इश्क की सरगम गुनगुना लो ना..!
मै बन जाऊगां बांसुरी,
तुम होठों से मुझे लगा लो ना..!!