इंतज़ार
इंतज़ार


आँखो में अब भी तू है
नज़र उठा कर तो देख
तेरा इंतज़ार आज भी है
तू खिड़की से ज़रा पर्दा
सरका के तो देख
दिल बहलाने का हुनर
अब भी मुझ में है
तू मेरे साथ गुफ़्तगु कर
के तो देख
पूरा जहाँ छोड़ने के लिए
तैयार हूँ अब भी
तू कदम बढ़ा कर तो देख ....