STORYMIRROR

Rohan kumar Danderwal

Romance

2  

Rohan kumar Danderwal

Romance

इंतज़ार

इंतज़ार

1 min
176

आँखो में अब भी तू है

नज़र उठा कर तो देख


तेरा इंतज़ार आज भी है 

तू खिड़की से ज़रा पर्दा

सरका के तो देख


दिल बहलाने का हुनर

अब भी मुझ में है 

तू मेरे साथ गुफ़्तगु कर

के तो देख


पूरा जहाँ छोड़ने के लिए

तैयार हूँ अब भी 

तू कदम बढ़ा कर तो देख .... 


 



                   


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance