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Manju Rani

Inspirational

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Manju Rani

Inspirational

हृदय-भेदी बाण

हृदय-भेदी बाण

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चल उठा ले अपने अस्त्र-शस्त्र

उसके हृदय-भेदी बाण काटने को ,

इस प्यार-मोहब्बत की दुनिया में

आजकल दिल-भेदी बाणों से ही

 मृत घोषित करते ।

जो संयम,धैर्य, प्रेम के बाणों से

 दर्द-देयी बाण काटते,

वे ही जीवन-पथ पर विजय पाते ।

चित्त चीर जितने बाण निकलते,

उतने ही इस जीवनशाला में

परिपक्व हो जाते ।

अपने आप से संघर्ष कर,

अग्रसर हो, दर्द-देयी बाण काटते जाते ।

तरकश में हर दर्द मिटाने के शर संचित

पर

छल के बाणों को कैसे काटें !

कहाँ से लाएँ, छल के दर्द को

 काटने वाले तीर ?

दिल छलनी कर दिया,

धड़कना भी भूल गया,

पर साँसे चल रही ।

अब कौन-सा शस्त्र वार करे ?

प्रेम, संयम,धैर्य, निष्ठा,विश्वास

पूजन-अर्चन कोई शस्त्र कार्यरत नहीं।

मृत घोषित करने से पूर्व ,

शव-शय्या पर लिटाने से पूर्व ,

दिल धड़का, तो कर्म का लेप

लगाते ही, जीवित हो उठा ।

कर्म , कर्म और कर्म

जीवित रहने का एक मात्र शस्त्र । 


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