हर रंग कुछ कहता है🎨
हर रंग कुछ कहता है🎨
रंग हैं, हमारे जीवन के अभिन्न अंग।
जीवन तो है, नीरस सा बिन रंग।
हमारे आसपास रंगों की भरमार है।
तभी तो जिंदगी सार्थक बेशुमार है।
फूलों में हैं अनेक रंग।
हर पल, सिर पर नील गगन।
चित्ररथ की किरणें सोने सी,
चांँद की चांँदनी की, चांँदी सी है चमक।
सतरंगी इंद्रधनुष की तो,
बात ही मत पूछो।
देखने में लगता कितना आकर्षक।
हमारे हर त्यौहार में है,
रंगों की झलक।
बिन रंग तो फीकी है,
होली की चमक।
दुनिया में हैं विविध रंग।
अलग संदेश देता हर रंग।
सिंदूर के रूप में,
नारी के सौभाग्य का प्रतीक है, लाल रंग।
मन को हर्षित कर देता है यह रंग।
समस्त प्रकृति में व्याप्त है, हरा रंग।
मन को शांति देता है, यह मधुर रंग।
विश्व में सर्वाधिक है, नीला रंग।
बल, वीर और पौरुष का प्रतीक है यह रंग।
तभी तो भोले-भंडारी कहलाए हैं नीलकंठ।
सात रंगों का मिश्रण है, सफेद रंग।
पवित्रता और विद्या का प्रतीक है,
यह रंग।
चंद्रमा की शीतलता देता
शुद्धता की ओर अग्रसर करता जो,
वह है यह पवित्र श्वेत रंग।
सोने सा चमकता है पीला रंग।
चित्ररथ की किरणों का है, यह रंग।
रोशनी को दर्शाता है, यह रंग।
उत्साह का प्रतीक है, पीला रंग।
बेस्वाद सी है जिंदगी बिन रंग।
रंगों से भरा है हमारा जीवन।
हर रंग का वर्णन करो तो,
पन्ने भी पड़ जाएंँगे कम।
रंग है तो, रंगीन है जीवन।
जीवन की मोर सी मोहकता का राज़ है रंग।
सब है रंग। सब है रंग............।
