STORYMIRROR

Uma Vaishnav

Abstract

3  

Uma Vaishnav

Abstract

हनुमान वन्दना

हनुमान वन्दना

1 min
241

जय जय संतन हितकारी 

जय जय श्री राम पुजारी 


संकट मोचन मारुति नंदन,

भक्ति भाव से करूँ मैं वंदन,

जय जय संतन हितकारी

जय जय श्री राम पुजारी


पवन पुत्र तुम, 2

राम भक्त तुम, 2

बलशाली तुम, हितकारी तुम, 

जय जय दुख भंजन, 

जय जय मारुति नंदन 

भक्ति भाव से करूँ वंदन 


रामेष्ट तुम, 2

पिंगाक्ष तुम, 2

भक्त वत्सल तु्‍म,हनुमान तुम 

जय जय मंगलकारी  

भक्तों की कर रखवाली, 

जय जय केशरी नंदन 

भक्ति भाव से करूँ वंदन


मनोजवाय तुम, 2

महाकाय तुम,, 2

विजितेन्द्रिय तुम,शूर वीर तुम  

जय जय अंजनी नंदन 

भक्ति भाव से करूँ वंदन  

जय जय संतन हितकारी।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract