हमारी तुम्हारी कहानी
हमारी तुम्हारी कहानी
कहानी हमारी तुम्हारी
कुछ कुछ मेल खाती है
जब भी सुनते है
तुम्हारी याद आती है
मिले थे तुम हमें जब
उस दिन की याद दिलाती है
एक दुजे के नयनो के
मिलने का वहम दोहराती है
धीरे धीरे तुम्हारे प्यार का
एहसास कराती हुई जाती है
हमारे प्यार की
गहराई को जताती है
इक दूजे से किये वादों की
जुबानी बतलाती है
तुम्हारा शर्माना लजाना
हर बात का वो अफसाना
आज भी याद दिलाती है
आँखों आँखों में दिल में
उतरने का सबब समझाती है
उस दिन की भी याद
आज आती है जब तुम
छोड़कर चल दिए थे
अपने सारे वादे तोड़ कर
चल दिए थे अपनी दूसरी
दुनिया बसाने
हमसे पराये होने के दर्द का
एहसास याद दिलाती
ये हमारी तुम्हारी कहानी
कुछ कुछ मेल खाती है।