STORYMIRROR

Shivam Antapuriya

Abstract

1  

Shivam Antapuriya

Abstract

हम क्या करें

हम क्या करें

1 min
104


उनको खुद से ही

फ़ुरसत नहीं है

मुझे देखने की

चाहत नहीं है,


अपने दिल के ख्वाब

सभी सामने रखने

बिन पूछे ही बताने की

मेरी आदत नहीं है,


वो मानते ही नहीं

कि हम उनको

चाहते ही नहीं

जबरन समझाने की

है मेरी आदत नहीं,


बिल्कुल फ़ितरत नहीं

सोच सकता नहीं

क्यों वो मानता है नहीं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract