हल्की हरारत है बदन में सुबह से
हल्की हरारत है बदन में सुबह से
हल्की हरारत है बदन में सुबह से
तुम देर रातां तक ख़यालों में दौड़ीं।
हल्की हरारत है बदन में सुबह से
तुम देर रातां तक ख़यालों में दौड़ीं।