हिंदी ही विचार
हिंदी ही विचार
हिंदी ही सोच है ,
हिंदी ही विचार है ,
हिंदी ही मेरा भाव है ,
जो हर विचारों को एक मोती में पिरोती है ,
हमारे भावों का मूल्य बढ़ाती जब ,
शब्दों को बातों में सजाती है ,
हिंदी दिल से निकले हुये जज़्बात है ,
जो हमेशा से भारतीय होने का एहसास जगाती है ,
हिंदी के बिना अधूरा जीवन मेरा ,
हिंदी से ही सजा सपना मेरा ,
हर वो विचार जो मेरे मन में कभी आए थे ,
हिंदी ने ही उन विचारों को स्थान दिलाया है ,
आज हिंदी से ही मैंने अपना मुकाम बनाया है I