STORYMIRROR

डॉ दिलीप बच्चानी

Inspirational

3  

डॉ दिलीप बच्चानी

Inspirational

हिंदी दिवस

हिंदी दिवस

1 min
344

हिंदी दिवस की शुभकामनाओं सहित। 


सीधी सादी सरल सयानी है ये कितनी भोली

जय जय हिंदुस्तानी बोली। 


प्रांत प्रांत में वेश बदलती मानो रंगों की होली

जय जय हिंदुस्तानी बोली। 


सब भाषाओं को अपनाती भरती अपनी झोली

जय जय हिंदुस्तानी बोली। 


भिन्न भिन्न शब्दों रंगों से मिल बनती इसकी टोली

जय जय हिंदुस्तानी बोली। 


उनकी भाषा मस्तक वाली अपनी मन की बोली

जय जय हिंदुस्तानी बोली। 


भारत माँ के भाल पर सजती ज्यूँ तिलक की रोली

जय जय हिंदुस्तानी बोली। 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational