हे स्वतंत्र भारती
हे स्वतंत्र भारती
हे स्वतंत्र भारती लिहाज करना तुम,
कैसे मिली आजादी ये याद करना तुम।
हुए शहीद जो उन्हें सम्मान भी देना,
तिरंगा के शान में अपनी जान भी देना
भूलो न तुम इस तरह बैखौफ घूम रहे,
न जाने हमारे अपनों ने कितने कष्ट सहे।
न जुर्म करो न रखो आपस में बैर,
जो हो रहे शत्रु उनकी सेना लेगी खैर।
बस तुम निभाओ सीमा के भीतर स्नेह,
मरने से पहले देश के काम आये देह।
जो डटे खड़े हुए सीमा के रखवाल,
सलामत रहे सदा ही जीवन खुशहाल।।