STORYMIRROR

SIDHARTHA MISHRA

Abstract

2  

SIDHARTHA MISHRA

Abstract

हे माँ दुर्गा

हे माँ दुर्गा

1 min
150

हे दिव्य माता आप अपने भक्तों के लिए करुणा से परिपूर्ण हैं, 

आप अपने बच्चों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं, 

हम सभी पर आपका आशीर्वाद हमेशा बना रहे, 

हे माँ जगत जननी।

हे माँ दुर्गा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract