हौसले बुलंद रख
हौसले बुलंद रख
मन के हौसलों की बुलन्दी
कर देती है
हर मुश्किल आसान।
देख तो स्वप्न ऊंचे ही देख,
उड़ मत
इक बौनी सी उड़ान।
मन में रख विश्वास अडिग तू
मंसूबे ऊंचे रखकर,
नहीं हताशा लाना दिल में
मंज़िल खुद आएगी चलकर।
चाहे पथ कंटकाकीर्ण हो
चाहे रोड़ा बने जहान,
देख तो स्वप्न ऊंचे ही देख,
उड़ मत
इक बौनी सी उड़ान।
आस का दीपक
जग की आंधी में भी न बुझने पाए,
उम्मीदों का सूरज बन तू
प्रति पल जो नव किरण जगाए,
नव उमंग और नव संकल्पों की
नव भोर का दे तू नव ज्ञान,
देख तो स्वप्न ऊंचे ही देख,
उड़ मत
इक बौनी सी उड़ान।
