हौसला
हौसला
गर कर चुके हो नई उड़ान का फैसला,
तो जगा लो अपने अंदर हिम्मत और हौसला!
आने दो आंसुओं को मन बहल जाएगा,
थक के गम कहीं छुप के सो जाएगा!
पुकारोगे तो अंधेरों को चीर कर रोशनी
का कारवां,खुशी बन के आ जाएगा!
आज खुश हैं परिंदे कि
आसमां का दर खुल जाएगा,
कि उड़ेंगे खुले
आकाश में एक-एक
पर खुल जाएगा
अंधेरी तन्हा रातों
में बादल छंटते ही,
आसमां में चांद
रौशन नजर आएगा!
किसी अनसुनी ताल पर मेरा
दिल भी खिल जाएगा,
जब उसकी मोहब्बत का मेरे नाम
एक दिन पैगाम आएगा!
गर कर चुके हो नई उड़ान का फैसला तो
जगा लो अपने अंदर हिम्मत और हौसला।।