हाँ मैं नारी हूं
हाँ मैं नारी हूं
हर रूप में,हर रिश्ते में
हर कर्तव्य निभाती हूँ,
हाँ मैं नारी हूं,
फिर भी अबला बोली जाती हूँ,
काया मेरी है कोमल
मगर
हूँ पर्वत जैसी बुलंद
जिम्मेदारियां निष्ठा से उठाती हूँ,
हाँ मैं नारी हूं,
फिर भी अबला बोली जाती हूँ।