खूबसूरत लम्हों की मुलाक़ात
खूबसूरत लम्हों की मुलाक़ात
रात भी देखी है, सुबह भी देखी है,
जिनके आंखों में थे आँसू,
उनके चेहरों पर मुस्कुराहट भी देखी है!
इन खूबसूरत लम्हों की मुलाक़ात भी देखी है,
सूरज को जाते हुए देख,
इन सब चेहरों पे मुस्कुराहट भी देखी है,
मुश्किल लम्हों में इन उदास चेहरों पर
कुछ कर गुज़रने की आस भी देखी है।
मंज़िलें मिली ज़रूर हैं ,
मगर उसमे ख़ुशियाँ कुछ ही लोगों ने देखी है,
हार हो या जीत ,
सबने अपने अपने नज़रिये से देखी है,
लेकिन सबने रात भी देखी है,
और सुबह भी सबने ही देखी है।