mazilo ki rha par manzil ki talash mai #thinker
जिन्दगी में आकर कभी ना वापस जाने का, जिन्दगी में आकर कभी ना वापस जाने का,
हाँ मैं नारी हूं, फिर भी अबला बोली जाती हूँ। हाँ मैं नारी हूं, फिर भी अबला बोली जाती हूँ।
सूरज को जाते हुए देख, इन सब चेहरों पे मुस्कुराहट भी देखी है, सूरज को जाते हुए देख, इन सब चेहरों पे मुस्कुराहट भी देखी है,
लेकिन खूश हूं कि मुस्कुराता हूँ वह इन्सान हूं मैं, रेसिपी बुक की दुकान हूं मैं। लेकिन खूश हूं कि मुस्कुराता हूँ वह इन्सान हूं मैं, रेसिपी बुक की दुकान हूं म...
अब हूँ जहां वहां की किसी को खबर नहीं। अब हूँ जहां वहां की किसी को खबर नहीं।