गज़ल
गज़ल
अब क्यों नहीं पूछता किसी का हाल तू लिख,
क्या हो गया है दिल,, कंगाल तू लिख...
ख्याल पिरो दिये जब मैने गज़लों में,
अब कैसे बहरों के ,,सवाल तू लिख...
रोज बेवक्त आये मगर आज नहीं आये,
आज क्यों कर दिया,,कमाल तू लिख....
आँखो से दरिया बह निकले यादों में,
कि मैंने तो ले लिया,, रुमाल तू लिख....
मोती आँखों में छुपा लिया है तुमने,
पाला क्यों आँखों में,,मलाल तू लिख...
इश्क पूरी दुनिया से करता है,आनंद
तुम्हारी खातिर तो मैं ,,हलाल तू लिख...