गुरू भजन🌹
गुरू भजन🌹
तरेगा वही जिसके मन में हरी है
मन में हरी है जिसके तन में हरी है
जल को चढाने वाले कौन कौन तरे है
जलके......
वे मछली क्यूँ नहीं तरती जी एक जल
में ही घर तरेगा......
फूल को चढाने वाले कौन कौन तरे है
फूल का....
वो भौरा क्यूँ नहीं तरना
जिसका फूलों में हरी घर है
तरेगा......
चंदन के चढ़ाने वाले कौन तरे है
चंदन........ है
वो माग क्यूँ नहीं तरते
जिसका चंदन मे हरी घर है तरेगा।
