गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
देश भक्ती का हम सब नारा कब लगाते हैं,
समय देख कर, वक्त वक्त पर देश भक्ती जगाते हैं
कोई कहे,कोई करे तो हम भी जताते हैं,
हम कितने देश भक्त हैं, ये भी सबको बताते हैं
क्या कभी भी हम आपने अंदर झाकते हैं ?
देश हैं आपना, हम हैं देश के, क्या ये दिल से मानते हैं।
ये धरती हैं आपनी, हम सब हिंदूस्तानी हैं,
हम हैं इन्सान, मानवता हैं धर्म हमारा, ये बात मनवानी हैं।
सारे जग मे लगे आपना हि नारा,ये तस्विर बनानी हैं।
हम हैं एक,एक वतन हैं,जन्मभूमी एक आपनी हैं।
आवो हम सब प्रण करे और एक साथ आगे बडे,
हम ना रोकेंगे आपने कदम,चाहे राह मे हो दुश्मन खडे
दिखाने के लिए देशभक्ती,हम क्युं किसी दिन का इन्तजार करे,
देश आपना हैं,लोग आपने हैं,क्युं ना हम ये जलसा रोज करे।
कसम खा कर मातृभूमी की, देशभक्त हमे बनाना हैं,
भुलकर आपनी जाती पाती को, सिर्फ भारतीय ही हमे बनना है।
मै जिऊंगा, जीने दुंगा, सबको शांती से प्रण हमे करना हैं,
हम भारतीय हैं,भारत देश हैं आपना,सब को आपना बनाना है।
सब को आपना बनाना है
सभी भारतीयो को गणतंत्र दिवस कि हार्दिक शुभकामनाये !