गीत
गीत
भजन
राम जी की कृपा
मन भावन लागे राम,
सुहावन लागे राम।
राम जी की कृपा,
सुहावन लागे राम।
राम की महिमा जग में प्यारी।
राम में बसे है दुनिया सारी।
राम की गठरी मन में बसा ले।
राम नाम की गुण गा ले।
मन भावन लागे राम ........
त्रेता युग के राम नाम हे।
अयोध्या नगरी उसका धाम हे।
राम नाम की महिमा गा ले।
हरी नाम मन में बसा ले।
मन भावन लागे राम......
प्रेम भाव जगत में पाया।
राम सीता के गुण ला गाया।
रघुपति राघव राजा राम।
दुनिया चले श्री राम के दरबार।
मन भावन लागे राम......