घूमने चलो ना पापा
घूमने चलो ना पापा
मेरी इस कविता को कुछ चुराईटर्स लोगों ने मेरे ब्लाँग से उठाकर यू ट्यूब पर विडिया बनाकर डाल रखी है😀😀
शाम हो गई
घूमने चलो ना पापा
चलते चलते थक गई
गोद में उठा लो न पापा
अंधेरे से डर लगता है
सीने से लगा लो न पापा
मम्मी तो सो गई आप ही
थपकी दे कर सुलाव न पापा
स्कूल तो हो आई मैं
अब सहेलियों संग
खेलने जाने दो न पापा
पाल पोस कर बड़ा किया
अब जुदा तो मत करो न पापा
अब डोली में बैठा दिया
तो आंसू तो मत बहाओ न पापा
आप ने हर एक बात मानी
एक बात और मान जाव न पापा
इस धरती पर बेटियां बोझ नही है
दुनिया को समझाओ न पापा
बेटी बचाव न पापा
बेटी बचाव न पापा
बेटी बचाव न पापा
....असि बापू ...
