घाटी की माटी हुई मैली
घाटी की माटी हुई मैली
घाटी की माटी हुई मैली
आतंकियों का अब नरसंहार करो
टूट पड़ो तुम दुश्मन पर
ऐसे ना समय बेकार करो।
चोट करो तुम गद्दारों पर
ऐसे भीषण प्रतिकार करो
ये धरा कहती थक कर
अब ना और इंतजार करो।
घाटी की माटी हुई मैली
आतंकियों का अब नरसंहार करो
बहुत हुआ नफा-नुकसान
बंद उनसे हर व्यापार करो।
गद्दारों को मारो गोली
या तुरंत ही सीमा-पार करो
शांति में नहीं है समाधान
वीरों को और ना लाचार करो।
घाटी की माटी हुई मैली
आतंकियों का अब नरसंहार करो।।