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Nikki Sharma

Abstract

5.0  

Nikki Sharma

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एकता में ही शक्ति है

एकता में ही शक्ति है

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मुसीबत आने पर साया भी साथ छोड़ जाएगा 

कुछ पल के लिए ही सही धड़कन जब थमने लगे

गम न कर कब तक आखिर यह तुझे सताएगा

हर घड़ी लड़खड़ाएगे कदम तुम्हारे यकीन करो।


कदम और मन दोनों तुम्हारा सख्त हो जाएगा

अच्छा बुरा समय का फेर है जनाब पर वक्त के साथ

अपनों का नजर भी पल भर में बदल जाएगा

वक्त की मार के खौफ से एहसास भी बिखर जाएगा।


पर यकीन कर ए दोस्त कोई न कोई जरूर आएगा

जो तुम्हारे हर परेशानी को समझ पाएगा बार-बार

जिंदगी इम्तिहान लेती है जनाब वक्त के साथ तू भी है

सीख जाएगा दोस्त एक भी साथ तेरे तो यकीन

कर कितने भी।


तूफान आए टकराकर तू जरूर निकल ही जाएगा

याद रख तू हमेशा एक एक केवल दो नहीं होते

हो सकता है तेरे लिए वो ग्यारह बन जाएगा तब

हर बुरे वक्त के साथ तू भी लड़ना सीख जाएगा।


कैसे बताऊं तुम्हें की प्रेम,एकता में शक्ति है जो

तू वक्त आने पर जरूर पहचान जाएगा

कोशिश कर हालातों से लड़ना, भले नामुमकिन लगे राह

पर साथ हो एक भी यकीन कर एक एक वो ग्यारह बन जाएगा

कोई राह मुश्किल नहीं जब साथ हो कोई तेरे हर पल।


यकीन करो वह तुम्हें आखिर जीते दिलाएगा हाँ

एक एक दो नहीं ग्यारह बन जाएगा।


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