एक लड़की का मन
एक लड़की का मन
एक लड़की के
मन में क्या चल
रहा है
वो क्या सोच रही है
कोई समझ ही नहीं पाता है
या यूं कहूँ की
समझना ही नहीं चाहता है
हर कोई अपने
मतलब की बात करता है
सुनता है
समझता है
कभी कोई सुन पाता
समझ पाता
की उनके भी
कुछ अपने है
वो भी कुछ
करना चाहती है
अपने परिवार के लिये
अपने देश के लिए
जिंदगी में आगे
बढ़ना चाहती है
अपनी राह बनाकर
आत्मसंतुष्टि पाना चाहती है