एक ही धर्म हो इंसानियत.... !
एक ही धर्म हो इंसानियत.... !


कर लो तैयारी जंग की,ये सबने मिलकर ठानी हैं...
ऊंच-नीच,भेद-भाव, छुआ-छूत जैसे बीमारी अब भारत से भगानी हैं... !
बस एक ही धर्म हो इंसानियत का ये बातें सबको बतानी हैं....
ये हैं आँखों देखी सच्चाई ना समझो कोई कहानी हैं.....!
सबको समान अधिकार मिले ऐसी क़ानून व्यवस्था लानी हैं.....
बेरोजगारी जैसी समस्या को रोजगार लाके मिटानी हैं..... !
प्रेम को समझे हर कोई,हर स्कूल, कॉलेज में इसकी क्लास चलानी हैं....
कुछ अच्छा करके दिखलाये ये जो अपनी जवानी हैं... !
लोगों की मानसिकता बदले उसके लिये ज्ञान का दीपक जलानी हैं.....
पढ़े-लिखें,अनपढ़ जैसी बातें हैं करते ये तो बड़ी परेशानी हैं..... !