एक बने नेक बने
एक बने नेक बने
कितने नेक होते वो लोग
जो किसी की बुराई न करते है
तकलीफ में हो अगर कोई, तो
ढाल बन संग रहते है।।
परिंदों को जो कैद में देख ले
स्वतंत्र उन्हें कर देते है
पशु-पक्षियों को दाना-पानी देते
सेवा उनकी करते है।।
दुर्जनों के संग में रहते हुए भी
स्वभाव न अपना बदलते है
बेवफाओं का बदला वफा से देते
न अनदेखा भी किसी को करते है।।
जुल्मों के खिलाफ आवाज उठाते
एकता में विश्वास वो रखते है
हर असहाय की मदद करने को
अपनी हर संभव कोशिश करते है।।
