दुआ
दुआ
दुआ हर दिल की कबूल होती है
बस दिल साफ होना चाहिये
हर दुआ उसके लिये मखसुस होती है
बस उसकी रहमत पे यकीं होना चाहिये
हर दुआ उसके लिये खुशगवार होती है
बस उससे ख़ुशियों का आगाज़ होना चाहिये
हर दुआ पे उसकी नवाज़िश होती है
बस उसके होने का एहसास होना चाहिये
बस उसके होने का एहसास होना चाहिये