दस्तक
दस्तक
प्यासी धरती की बूंदें बनकर
सुंदर निर्मल वाणी बनकर
अपने चेहरे पर खुशी लेकर
दरवाजे पर दस्तक दे जाना.....
ग्रीष्म ऋतु में शीत बनकर
अमावस में चांद बनकर
कोयल की मधुर वाणी सुनकर
दरवाजे पर दस्तक दे जाना....
किसी शायर की शायरी बनकर
गजलों के शब्द बनकर
कवि की कविता को देखकर
दरवाजे पर दस्तक दे जाना.....
सावन में बरसात बनकर
बारिश का राग बनकर
बादलों से मुलाकात कर
दरवाजे पर दस्तक दे जाना....।