दृढ़ संकल्प
दृढ़ संकल्प
हो जाग्रत सबको जगाना है,
हमें हराना धर धीर "कोरोना है।
पथ में बाधाएं आएंगी अनेक
पर विचलित हमें न होना है
घर से बाहर नहीं जाएंगे,
निज काम और पूजा को
घर ही में करते जाएंगे,
संक्रमण का निकल जाएगा दम,
जब हम सब उसके
मार्ग बंद कर जाएंगे।
आलस तजकर रह अनवरत
हमें जागरूक, सुस्ती-मस्ती में
नहीं खोना है,
हो जाग्रत सबको जगाना है,
हमें हराना धर धीर कोरोना है।
कुछ भ्रमवश या किसी साजिश के तहत,
जोखिम खतरे का जो बढ़ाएंगे,
समझाएंगे भ्रमितों को हम,
और साजिश करने वालों पर सख़्ती लाएंगे।
घर से बाहर जहन्नुम की ज्वाला है,
घर में जीवन है और घर ही में सोना है,
हो जाग्रत सबको जगाना है,
हमें हराना धर धीर कोरोना है।
है अपना भारत हम भारत के,
षड्यंत्र कुछ दुश्मन आज रचते दिखते हैं,
ये मानवता के पक्के दुश्मन हैं,
पर हाथों की कठपुतली बनकर बिकते हैं।
घर रहकर सहयोग राष्ट्ररक्षकों का कर,
पर्दाफाश भी दुश्मन का भी होना है,
हो जाग्रत सबको जगाना है
हमें हराना धर धीर कोरोना है।