दोस्त के बिना
दोस्त के बिना
दोस्त के बिना ज़िंदगी आसान कहाँ है,
मुसीबतों से भरा ये सारा जहां है।
हर मुश्किल आसान हो जाए,
साथ अगर दोस्त मिल जाए।।
विश्वास की वो बगिया हैं दोस्त,
जहाँ प्यार और स्नेह झिलमिलाए।
थोड़ी मस्ती थोड़ी शरारत,
दोस्त जब साथ मिल जाएं।।
बदले मौसम भले ही,
दोस्त कभी न बदला नज़र आए।
जरूरत पड़ने पर दोस्ती में,
ये जान भी कुर्बान हो जाए।।