anuradha nazeer
Tragedy
लिख दूं कुछ ऐसा यह दिल
जिसे फट हो रहा है
बिना और रात भर सोए बिना।
कोई
इन चीजों को र...
ज़िन्दगी का क...
प्यार दो
मूल्यवान
जीत
अपने काम से प...
सफलता
प्यार प्यार प...
प्यार की प्या...
सहमी सहमी गुमसुम सी तान सुख दु:ख की राही अकेली सहमी सहमी गुमसुम सी तान सुख दु:ख की राही अकेली
हमने तो जीना सीख ही लिया था जगाई एक नई आस आपने कोई हमने तो जीना सीख ही लिया था जगाई एक नई आस आपने कोई
अमन और शांति का हमसे वह पैगाम हैं मांगते अमन और शांति का हमसे वह पैगाम हैं मांगते
चिंता की बात है... रूपया बाजार में गिर रहा है। चिंता की बात है... रूपया बाजार में गिर रहा है।
मौत इसकी सहेली, बनती हस्ती का राग, मौत इसकी सहेली, बनती हस्ती का राग,
शिक्षक ने नानी को शिक्षा के महत्व को बताते और समझाते हुए निवेदन किया। शिक्षक ने नानी को शिक्षा के महत्व को बताते और समझाते हुए निवेदन किया।
क्यों कभी कभी बिन हवा के झोके से भी सब कुछ टूट जाता है ? क्यों कभी कभी बिन हवा के झोके से भी सब कुछ टूट जाता है ?
इस पर किसी का ना चलता वश, इसके समक्ष हैं सभी बेबस इस पर किसी का ना चलता वश, इसके समक्ष हैं सभी बेबस
मिष्ठानों का भोग लगाए दीवाली सुख समृद्धि को बढ़ाए दीवाली मिष्ठानों का भोग लगाए दीवाली सुख समृद्धि को बढ़ाए दीवाली
कभी तो याद आएगी ना तुम्हें मेरी कैसे भूलेगी वो हमारा साथ कभी तो याद आएगी ना तुम्हें मेरी कैसे भूलेगी वो हमारा साथ
थक चुके अब चलते चलते पांव हैं, बीच दरिया आज डूबे नाव हैं थक चुके अब चलते चलते पांव हैं, बीच दरिया आज डूबे नाव हैं
बस यह, एक मज़ाक वास्तविक न हाे। बस यह, एक मज़ाक वास्तविक न हाे।
ए दादा जी, आपकी याद हम सबको आना सबका अपने आसुओं को छिपाना। ए दादा जी, आपकी याद हम सबको आना सबका अपने आसुओं को छिपाना।
त्यौहारों पर उन्हें नए कपड़े भी दिलाने यही सोच एक गरीब बाप घबराता है त्यौहारों पर उन्हें नए कपड़े भी दिलाने यही सोच एक गरीब बाप घबराता है
ना काट मुझे ना,छांट मुझे तू, ना आपस मे बांट मुझे तू। ना काट मुझे ना,छांट मुझे तू, ना आपस मे बांट मुझे तू।
कवि के मन की पीर से, बदलेगी हालात। खुशियां ही खुशियां रहे, होंगे सब अभिजात।। कवि के मन की पीर से, बदलेगी हालात। खुशियां ही खुशियां रहे, होंगे सब अभिजात।।
इतने सालों बाद धनतेरस वाले दिन घर में लक्ष्मी जो पधारी थीं। इतने सालों बाद धनतेरस वाले दिन घर में लक्ष्मी जो पधारी थीं।
बहुत दिन बाद साथ मेरे है धूल भरी किताब। बहुत दिन बाद साथ मेरे है धूल भरी किताब।
कहते वक्त निकल गया जवानी का साया छूटकर बुढ़ापा नजर आया कहते वक्त निकल गया जवानी का साया छूटकर बुढ़ापा नजर आया
दिल भरा है प्यार से अब दूर मैं रहता हूँ दिल भरा है प्यार से अब दूर मैं रहता हूँ