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Kavita Patil

Romance

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Kavita Patil

Romance

दिल हुआ तुम्हारा पता भी ना चला

दिल हुआ तुम्हारा पता भी ना चला

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तुझे देखा देखते ही ...

होश खो बैठे ।

पहेली नजर मैं ही 

हम दिल खो बैठे,

और, हमें पता भी न चला

हम आपके कब हो गए।

दिल हमारा था और 

कब तुम्हारा हुआ

पता भी न चला।

उफ्फ़ ये मासूमियत, ये सादगी

खूबसूरती की मूरत तुम

कैसे न खोते हम ये दिल

पहली नजर मैं ही दिल लुट गया,

पता ही नहीं चला। 



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