दिल दुखता है
दिल दुखता है


सुनो दिल दुखता है
तुम्हारी उन बातों से,
तुम्हारी उन यादों से,
तुम्हारी उन मुलाकातों से
दिल दुखता है।
काश इस दिल की बात
स हसीन गुफा जिसे दिल कहते हैं,
उस दिल में ही कैद हो जाती।
तब ये तुम्हारी बातें
तुम्हारी मुलाकातें
यूं आड़े ना आती
तब ना होती ये दुरियां
और ना ही ये खामोश निशाचर।
ना दिल दुखने का सिलसिला
और ना ही ये ख्यालों का कारवां,
तब शायद मेरे पास
मुस्कुराने का एक बहाना भी होता
तेरे ख्यालों से दूर एक ठिकाना भी होता।
सुनो दिल दुखता है
तुम्हारी उन बातों से,
तुम्हारी उन यादों से,
तुम्हारी उन मुलाकातों से
दिल दुखता है।
काश दिल में ही कैद रह जाती,
तब तेरे दूर होने का ग़म ना होता,
और ना होती,
कोई आखिरी मुलाकात।
हां पता है मुझे
कब्जा कर लिया है तुमने
मेरे सपनों के महल पर
उस ख्वाब को लिए
जिसे अपना बनाया था।
अब शायद मौन
हो गई हो रुह मेरी,
पर तब भी,
दिल में शायद
धड़कनें बाकी है।
जो दुखता है
तुम्हारी उन बातों से,
तुम्हारी उन यादों से,
तुम्हारी उन मुलाकातों से
दिल दुखता है।