दिखानी है एकता
दिखानी है एकता
डंका पिटा प्रधान ने दिखानी है
एकता जलाओ दिया अपने मकान में
मकान हैं डबडबासा फैलाऊँ पैर
ख़त्म हो जाये इतने छोटा सा,
शीशी हैं तेल की बहुत बड़ी पर
तेल हैं चार बूंदों सा।
जितनी बूँदें हैं तेल की, उतने ही पेट हैं
भूखे पिछले दो दिनों से
समझना आये साहब क्या करूँ बुझाऊँ आग
भूखे पेट कि बना के निवाला,
या जला के दिया दिखाऊँ अपनी एकता। -
