VEENU AHUJA

Inspirational

4.4  

VEENU AHUJA

Inspirational

धैर्य रख

धैर्य रख

1 min
188



मत कर मत कर , मत कर आत्महत्या मत कर '

गिरना उठना प्रकृति का नियम ,

दौड़ने से मत डर ' मत डर ' मत डर ।

देर से सही . सुबह तो होगी काली रात गहरी से अब मत डर, मत डर , मत डर ' ।

संत्रास डर ,चिन्ता से बेबस

तू बहादुर बन ' आत्महत्या मत कर मत कर ' मत कर ।

तू जो खडा होगा नहीं 'अभी हिम्मत करेगा नहीं '

जीवन से बिखर ' टूट टूट कर मत झर मत झर , म त झड़ ।

पत्ते 'सूखे 'झडे ' पतझड़ में '

बसंत की प्रतिक्षा में रत ' धैर्य रख ' ' धैर्य रख ' धैर्य रख ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational