देवी वंदना
देवी वंदना
मैं आन परौ तोरे द्वार,
लाज राखो जगदम्बा।
कलियुग ने उत्पात मचायों,
मन,बुद्धि अरु चित्र बिगारो।
तुम्हीं करो संवार,
लाज राखो जगदम्बा।
मैं आन परौ--------
कुपथ मार्ग से सुपथ चलाओं,
काम,क्रोध, मद,लोभ भगाओं।
माया से करो पार,
लाज राखो जगदम्बा।
मैं आन परो--------
ब्रह्मा विष्णु पार न पावें,
ऋषि मुनि सब ध्यान लगावें।
हम बालक नादान,
लाज राखों जगदम्बा।
मैं आन परो--------
मैहर वाली मातु भवानी,
हैं मैया जी जग कल्याणी।
ले लो अब अवतार,
लाज राखो जगदम्बा।
मैं आन परो--------