मन मगन हो गइल माई के दीवाना गावे भजन पूजे माई के जमाना। मन मगन हो गइल माई के दीवाना गावे भजन पूजे माई के जमाना।
लेती हूँ रूप काली, आम्बा, जगम्बा का जब आती है इज्जत पर आंच। लेती हूँ रूप काली, आम्बा, जगम्बा का जब आती है इज्जत पर आंच।
जगदंम्बा की जगत पर, कृपा बनी रहे अपार । जगदंम्बा की जगत पर, कृपा बनी रहे अपार ।
ले लो अब अवतार, लाज राखो जगदम्बा। मैं आन परो-------- ले लो अब अवतार, लाज राखो जगदम्बा। मैं आन परो--------
काव्य रचूँ ऐसा मधुर, जो जग को हर्षाय।। काव्य रचूँ ऐसा मधुर, जो जग को हर्षाय।।
जो सच्चे मन से चढ़ाओ वो माता करती स्वीकार ।। जो सच्चे मन से चढ़ाओ वो माता करती स्वीकार ।।