देश अपना प्यारा सा
देश अपना प्यारा सा
आन बान और शान है,
तिरंगा ही पहचान है,
बाजुओं में जो जोश भरे,
वो प्यारा हिन्दुस्तान है!!
देश का शौर्य वो,
हर पल हैं बता रहा,
शान से तिरंगा अपना,
हर घर में लहरा रहा!!
गगन चुंबन करता हुआ,
तिरंगा है फहरा रहा,
मन मे शांति, तन में उमंग,
गर्वानुभूति करवा रहा!!
भावनाओं के उद्वेग में,
कुछ समझ ना आ रहा,
कविता के लिए सिर्फ एक शब्द,
हिन्दुस्तान जबाँ पर आ रहा!!
देशप्रेम से हो ओत प्रोत,
भारत माँ का वंदन करते हैं,
की जिन्होंने जान न्यौछावर,
उन वीरो को नमन करते हैं!!
मन के हमारे ज्ञान चक्षु,
आज भी फ़रियाद करते हैं
लौट आओ भगत, शेखर, बोस
हम सब आपको याद करते हैं!!
लक्ष्मीबाई के जज्बे को,
हम दिल से सलाम करते हैं,
तिलक, पटेल, बिस्मिल की सौम्यता को,
नित नमन हो प्रणाम करते हैं!!
सुखदेव, राजगुरु, बिरसा के शौर्य का,
रोज हम बखान करते हैं,
आजादी के जननायक मंगल पाण्डेय का,
हम दिल से सम्मान करते हैं!!
कंधों पर देश की जिम्मेदारी ले,
विश्वगुरु स्वप्न साकार करते हैं,
शहीदों को याद करके "हेमन्त",
देश विरोधी ताक़तों का बहिष्कार करते हैं!!
विकास में हो अपनी भागीदारी,
काम असरदार करते हैं,
15 अगस्त के बाद भी सम्मान हो ध्वज का,
ऐसे हम जिम्मेदार बनते हैं!