दाम्पत्य जीवन की शुरुआत
दाम्पत्य जीवन की शुरुआत
दो अनजाने लोग
दो अनजान डगर
साथ चलना है मगर
नया पहचान नये लोग
सब कुछ बदला बदला
सब कुछ अलग।
प्रेम विवाह की बात अलग
दोनों एक दूसरे को जानते है अच्छी तरह
दो परिवार ने जो रिश्ता बनाया है अनमोल
थोड़ी सी अनबन थोड़ा अपनापन
थोड़ा प्यार थोड़ी तकरार
कभी बिरयानी कभी दाल-चावल
कभी सिनेमा घर कभी लम्बे रास्ते का सफर
दोनों चले जाते कहीं नदियों के उस पार
बैठ रहते रात भर
दोनों दोनों के बांहों में उम्र भर
यही कसम वो बनोगे सात जन्म का हमसफर।
