STORYMIRROR

Pragya Gandhi

Drama

5.0  

Pragya Gandhi

Drama

दादाजी

दादाजी

1 min
1.2K


मेरे दादाजी की महिमा न्यारी है

अज्ञानता को दूर करके

ज्ञान की ज्योति जलाई है

मेरे दादाजी की महिमा न्यारी है...


मेरे दादाजी के चरणों में रहकर

हमने शिक्षा पाई है।

गलत राह पर भटके जब हम

तो दादाजी ने राह दिखाई है

मेरे दादाजी की महिमा न्यारी है...


माता-पिता ने जन्म दिया पर

दादाजी ने जीना सिखाया है।

ज्ञान, चरित्र और संस्कार की

हमने शिक्षा पाई है

मेरे दादाजी की महिमा न्यारी है...


जब भी करते गलत कार्य हम

तब फटकार भी लगाई है

सद्मार्ग पर चलें सभी हम

बात सदा दोहराई है

मेरे दादाजी की महिमा न्यारी है...


सदा इन सीखों का पालन करूँगी

उनके आदर्शों का मान रखूँगी

यह श्रद्धांजलि मेरी है

मेरे दादाजी की महिमा न्यारी है...


Rate this content
Log in

More hindi poem from Pragya Gandhi

Similar hindi poem from Drama