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JAYANTA TOPADAR

Inspirational

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JAYANTA TOPADAR

Inspirational

चरित्र

चरित्र

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ये एक ऐसा शीशा है,

जिसे केवल अपने

सत्कर्मयोग द्वारा ही

सुरक्षित रखा जा सकता है,

अन्यथा कतई नहीं!


अपने चरित्र को

बिन साबुन-पानी के

केवल अपने

सुविचारों से ही

परिष्कृत किया जाना

संभव है,

अन्यथा नहीं।


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