STORYMIRROR

Preeti Sharma "ASEEM"

Inspirational

5.0  

Preeti Sharma "ASEEM"

Inspirational

चंद्रशेखर आजाद।

चंद्रशेखर आजाद।

1 min
290



अपना नाम .......

आजाद,

पिता का नाम ........

स्वतंत्रता बतलाता था।


जेल को ,

अपना घर कहता था। 

भारत मां की,

जय -जयकार लगाता था।


भाबरा की ,

माटी को अमर कर।

उस दिन भारत का ,

सीना गर्व से फूला था ।


चंद्रशेखर आज़ाद के साथ ,

वंदे मातरम्

भारत मां की जय.......

देश का बच्चा-बच्चा बोला था।


जलियांवाले बाग की कहानी,

फिर ना दोहराई जाएगी ।

फिरंगी को ,

देने को गोली.....आज़ाद ने ,

कसम देश की खाई थी ।


भारत मां का, 

जयकारा .......उस समय ,

जो कोई भी लगाता था ।


फिरंगी से वो.....तब,

बेंत की सजा पाता था ।

कहकर .......आजाद 

खुद को भारत मां का सपूत ,

भारत मां की,जय -जयकार बुलाता था।

कोड़ों से छलनी सपूत वो

आजादी का सपना,

 नहीं भुलाता था।


अंतिम समय में ,

झुकने ना दिया सिर ,

बड़ी शान से ,

मूछों को ताव लगाता था।


हंस कर मौत को गले लगाया था।

आज़ाद.... 

आज़ादी के गीत ही गाता था।।


 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational