चलना जरुरी था |
चलना जरुरी था |
साथ तेरा हो या ना हो,
कदमों की साथ निशानी हो या ना हो,
पर चलना जरूरी था।
झुकना कभी सिखाया ही नहीं था तूने,
सामना हर वक्त का करना जरूरी था,
तब चलना जरूरी था।
खड़ा नहीं कोई होता मुश्किलों में कोई,
किसी के वक्त को संभालना जरूरी था,
तब चलना जरूरी था।
यकीन रखा है मैंने खुद की कलम से,
मेरे दिल को कागज पे लिखना जरूरी था,
वहाँ चलना जरूरी था।
सामना हुआ तकदीर का मुझसे रास्ते पर,
तब लड़ना खुदा से जरूरी था,
वहाँ चलना जरूरी था।
इम्तहान लिया उसने सभी वक्त में मेरा,
तब मुस्कान में आँसुओं को छुपाना जरूरी था,
तब चलना जरूरी था।
सच्चाई है इस दिल में ज़रा झांक कर देखो कभी,
आंखों का पर्दा एक बार खोलना जरूरी था
तब चलना जरूरी था।
तराजू पर हे सभी सुख और दुःख,
न्याय का फ़रिश्ता भी वहाँ रखना जरूरी था,
लेकिन चलना जरूरी था।
