चलना जरुरी है
चलना जरुरी है
1 min
284
कई मुश्किलें हैं राहों में पर चलना जरुरी है
मेरे इस जख्म-ए-दिल को अब भरना जरुरी है
मेरी हर खुशी तुम्हीं से थी ये गम भी तुम्हीं से है
इस गम-ए-हिज़्र के साथ हीं अब बहना जरुरी है
तेरी फ़िक्र ने याद ने ख्याल ने दर्द हीं दिया मुझे
तेरे फ़िक्र-ओ-ख्याल से अब निकलना जरुरी है
बहुत रो लिए भटक लिए हम रेजा-रेजा हो लिए
उस हिज़्र माह-ओ-साल को अब भूलना जरुरी है
जरुरी है की मैं तुझसे राब्ता हर वास्ता तोड़ दूँ
सफर-ए-मंज़िल-ए-सदा को अब सुनना जरुरी है।