STORYMIRROR

Sobhit Thakre

Children

2  

Sobhit Thakre

Children

चिड़िया के बच्चे

चिड़िया के बच्चे

1 min
992


रानी चिड़िया के बच्चे चार,

खेलते- कूदते मेरे घर द्वार।

जब वो चुगते हैं दाना पानी,

मैं नहीं पहुँचाती उनको हानि।

फुदक -फुदक कर डाली -डाली,

मेरे मन को को देते खुशहाली।

मन करता उनको पकड़ लूं ! काश

पर जब जाती मैं उनके आसपास।

चीं-चीं कर अपनी माँ को बुलाते,

छोटे-छोटे पंख फैला झट उड़ जाते।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Children