छोड़ना ना कभी मेरा साथ
छोड़ना ना कभी मेरा साथ
भाई बहन का पवित्र बंधन रक्षा बंधन
शीर्षक: छोड़ना ना कभी मेरा साथ
ना माँगूँ मैं कोई सोना चाँदी,
ना माँगूँ मैं तुमसे कोई उपहार।
राखी के दिन माँगूँ मैं भैया,
तुमसे बस केवल तुम्हारा प्यार।
वक्त कैसा भी आए ज़िन्दगी में,
पर छोड़ना ना कभी तुम मेरा साथ।
बस इतना ही चाहूँ मैं मेरे भैया,
तुमसे आज तुम्हारा यह इक इकरार।
इतनी बड़ी इस खुदगर्ज़ दुनिया में,
तुम्हीं तो हो मेरे जीवन का आधार।
हर मुश्किल घड़ी में रखना भैया,
तुम हमेशा मेरे सर पर अपना हाथ।
रूठू जाऊँ अगर कभी मैं तुमसे,
तो मनाने की करना तुम शरूआत,
रूठ जाओगे अगर तुम कभी भैया,
तो मनाऊँगी मैं भी ये रखना विश्वास।
तुम आगे बढ़ते रहो अपनी मंजिल पे,
पूरी हो तुम्हारी हरएक मनचाही आस।
तुम खुश रहो और सलामत रहो भैया,
ईश्वर से विनंती करूँ मैं दिल से आज।
