चौसर
चौसर
जीवन मेरा एक चौसर का खेल लगता है
दो कदम आगे बढ़ाऊं तो चार लोग पीछे खींचना चाहते हैं,
दांव पर लगे हैं मेरे माता-पिता के अनेकों बलिदान।
इस खेल में कौन जीतेगा यह मुझे ज्ञात नहीं,
परंतु एक वादा अवश्य करता हूं,
कि मैं इस खेल में अंत तक डटे रहने का प्रयत्न करूंगा।